पैसिव इनकम के लिए क्या बेहतर है - डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग या एफ़िलिएट मार्केटिंग? Digital Network Marketing V/S Affiliate Marketing

पैसिव इनकम के लिए क्या बेहतर है - डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग या एफ़िलिएट मार्केटिंग?

पैसिव इनकम ??

यानी सोते सोते पैसे कमाएं।

शायद यही सपना है आपका, है ना ?


एफ़िलिएट मार्केटिंग या डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग शुरू करने के पीछे 99% लोगों का यही कारण होता है


लेकिन पैसिव इनकम लेने के लिए क्या बेहतर हैडिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग या एफ़िलिएट मार्केटिंग?


जैसा कि पहले बताया, ऑनलाइन कमाई (e-कमाई) करने के दो तरीके होते हैं :- e-वर्क व e-बिज़नेस

e-वर्क करके आप एक्टिव तथा सीमित आमदनी ले सकते हैं, जबकि e-बिज़नेस से अपेक्षाकृत अधिक व पैसिव आमदनी ली जा सकती है


e-बिज़नेस में एफ़िलिएट मार्केटिंग व डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग दोनों ही सर्वाधिक व स्मार्ट पैसिव इनकम देने वाले होते हैं



ऑनलाइन पैसिव इनकम लेने का WINNING COMBINATION



ONLINE PASSIVE INCOME - AFFILIATE MARKETING V/S DIGITAL NETWORK MARKETING
ONLINE  PASSIVE  INCOME COMBINATION


PART - A

ब्लॉगिंग, यु-ट्यूब चैनल या सोशल मीडिया अथवा तीनों


PART - B

एफ़िलिएट मार्केटिंग या डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग में से कोई एक


वास्तव में देखा जाये तो PART - A व PART - B दोनों का संयोजन ही ऑनलाइन पैसिव इनकम लेने का WINNING COMBINATION होता है



एफ़िलिएट मार्केटिंग व  डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग क्या होते हैं व कैसे होते हैं ?


आइये संक्षेप में जानते हैं



एफ़िलिएट मार्केटिंग (सहबद्ध विपणन)


एफ़िलिएट मार्केटिंग अन्य लोगों (या कंपनी के) उत्पादों की बिक्री को बढ़ा कर कमीशन अर्जित करने की प्रक्रिया है।


आप यहाँ अपनी पसंद का उत्पाद ढूंढ कर, उसे दूसरों (ग्राहकों) तक प्रचारित करके, प्रत्येक बिक्री का लाभांश प्राप्त करते हैं।


अन्य व्यापार की तरह यह व्यापार भी त्रिस्तरीय होता है-


1. उत्पादक ( व्यापारी, निर्माता, प्रथम विक्रेता, वेंडर) -


यह वह पार्टी है जो उत्पाद (डिजिटल या भौतिक) या सेवा बनाती है


एक एकल व्यक्ति अथवा कोई छोटी या बड़ी कंपनी उत्पादक हो सकती है


2. मार्केटिंग - यहाँ दो तरह से मार्केटिंग होती है -


(1) एफ़िलिएट नेटवर्क एवं (2) एफ़िलिएट मार्केटर


(1) एफ़िलिएट नेटवर्क / प्रोग्राम - 


यह ऑनलाइन प्लेटफार्म होता है, जहाँ उत्पादक अपने उत्पाद बिक्री के लिए रखता है तथा एफ़िलिएट अपना लिंक प्राप्त करता है, ग्राहक से लेनदेन भी यहीं होता है, जैसे -Clickbank, Digistore24, Amazon Affiliate आदि


इस प्रकार एफ़िलिएट नेटवर्क - उत्पादक , एफ़िलिएट एवं उपभोक्ता तीनों से जुङा रहता है 


कभी - कभी उत्पादक स्वयं ही एफ़िलिएट नेटवर्क का कार्य करता है


(2) एफ़िलिएट मार्केटर (सहबद्ध / सहयोगी / प्रकाशक / PUBLISHER) - 


यानी आप और हम, वह पार्टी जो उत्पादक के उत्पाद की गुणवत्ता व मूल्य का अपनी तरफ से ऑनलाइन प्रचार करते हैं ताकि ग्राहक को वह उत्पाद समझ में आये एवं खरीदे, और एफ़िलिएट मार्केटर को अपना तय लाभांश मिल जाये


इस तरह के प्रचार के सबसे उपयुक्त तरीके ब्लॉगिंग या यु-ट्यूब चैनल होते है, हालाँकि सोशल मीडिया एवं अन्य तरीके भी हो सकते हैं


3. उपभोक्ता / ग्राहक / Consumer / End User -


किसी भी व्यापार की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी यही होती है इसके बिना न तो लाभ होता है और ना ही लाभांश मिलता है


जब आपके (एफ़िलिएट मार्केटर) प्रचार से आकर्षित होकर ग्राहक आपके एफ़िलिएट लिंक पर खरीददारी करता है तो उत्पादक की कमाई होती है, आपको व एफ़िलिएट नेटवर्क दोनों को कमिशन मिलता है


ध्यान दें - यहाँ ग्राहक को केवल उत्पाद या कोई डिस्काउंट या ऑफ़र मिलता है, किसी तरह की कमाई नहीं


रेफ़रल प्रोग्राम - 


आप किसी उत्पाद का प्रचार करने के बजाय एफ़िलिएट नेटवर्क / प्रोग्राम का प्रचार भी कर सकते है, इसके लिए एफ़िलिएट नेटवर्क / प्रोग्राम आपको एक एफ़िलिएट आई डी या रेफ़रल लिंक देता है, उस लिंक पर sign-up करने वाला एफ़िलिएट मार्केटर(रेफ़रल) स्वयं की तरफ से मार्केटिंग करके अपनी कमाई करता है, लेकिन इस बिक्री पर आपको भी एफ़िलिएट नेटवर्क द्वारा कुछ भाग कमिशन दिया जाता है


एफ़िलिएट मार्केटिंग से पैसिव इनकम प्राप्त करने का यह एक अच्छा तरीका है


एफ़िलिएट मार्केटिंग - AT A GLANCE

  • एफ़िलिएट मार्केटिंग एक अच्छी एवं पैसिव इनकम लेने का बहुत ही बढ़िया व सुरक्षित तरीका है, परन्तु आसान नहीं है
  • यहाँ आपको बहुत कुछ सीखना पड़ेगा, नियमित रूप से कई महीनों या वर्षों तक समय व ट्रेंड्स के अनुसार कार्य करना पड़ेगा
  • पहली कमाई होने में कई महीने या वर्ष भी लग सकते हैं
  • अतः आपको पहले से ही इस बारे में अपना माइंड सेट कर लेना चाहिए


एफ़िलिएट मार्केटिंग कैसे की जाये ? 


आपने यह तय कर लिया है कि एफ़िलिएट मार्केटिंग करनी है तो इसे सीखने के लिए यु-ट्यूब एवं गूगल पर ढेरों सामग्री मुफ्त में मिल जाएगी, वहां से आप बेसिक जानकारी लीजिये व अभ्यास शुरू कीजिये


लेकिन एक बात का ध्यान रखिये ऑनलाइन मिलने वाली सभी जानकारियां बेसिक ही होगी, एडवांस नहीं, तथा कोई भी आपको असली राज की बात नहीं बताएगा


अगर आपको एफ़िलिएट मार्केटिंग में सफल होना है तो 4 - 5 वर्षों तक मेहनत कीजिये, या किसी सफल एफ़िलिएट मार्केटर को  अपना mentor / गुरु बनाइये अथवा हमसे सम्पर्क कीजिये



डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग


यह भी एफ़िलिएट मार्केटिंग जैसे ही होती है, यहाँ भी एक उत्पादक होता है, उसके उत्पाद की मार्केटिंग यानि प्रचार किया जाता है, जिससे ग्राहक उस उत्पाद को खरीदता है 


यहाँ एफ़िलिएट नेटवर्क / प्रोग्राम अलग से नहीं होता बल्कि उत्पादक ही यह कार्य करता है


यहाँ एफ़िलिएट मार्केटर भी अलग से नहीं होता बल्कि एक संतुष्ट ग्राहक ही मार्केटर का कार्य करता है, एवं ग्राहकों का नेटवर्क बनता जाता है


यहाँ मार्केटिंग यानि प्रचार का कार्य ऑफलाइन एवं ऑनलाइन (ब्लॉगिंग, यु-ट्यूब, सोशल मीडिया एवं अन्य डिजिटल) तरीकों से किया जा सकता है


उत्पादक से उत्पाद की सप्लाई सीधे ग्राहक को होती है अतः कमाई केवल उत्पादक व ग्राहकों की ही होती है, किसी बिचोलिये की नहीं 


डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग करके आप पीढ़ियों तक स्थाई रोजगार, सुरक्षित व पैसिव इनकम ले सकते हैं,चाहे आपमें काबिलियत है या नहीं, निवेश कर सकते हैं या नहीं, अनुभव है या नहीं, किसी भी उम्र या लिंग के हो, कोई रिस्क व कम्पीटीशन नहीं



पैसिव इनकम के लिए क्या बेहतर है -एफ़िलिएट मार्केटिंग या डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग ?



AFFILIATE MARKETING V/S DIGITAL NETWORK MARKETING


एफ़िलिएट मार्केटिंग एक रेफर और अर्न मॉडल है, आप किसी अनजान व्यक्ति को उत्पाद रेफर करते हैं, जो कोई भी व्यक्ति आपके लिंक पर खरीदता है उसे वह उत्पाद मिलता है और आपको कमीशन मिलता है।
डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग भी एक रेफर और अर्न मॉडल है, लेकिन खरीददार प्राय: आपको जानता है खरीददार को उत्पाद के साथ-साथ आपका अनुभव, सेवाएं और निर्देश भी मिलते हैं। आपको कमीशन और खरीददार का विश्वास मिलता है, इसलिए आपको अपने पहले खरीददार की ओर से अधिक रेफरल मिलते हैं।

एफ़िलिएट मार्केटिंग में  आपके और खरीददारों के बीच कोई संबंध नहीं होता है, और खरीद के बाद भी नहीं बनते हैं, इसलिए रूपांतरण दर बहुत कम रहती है
डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग में आपके व क्रेता के बीच एक अच्छा रिश्ता बना रहता है इसलिए रूपांतरण दर अधिक रहती है।

एफ़िलिएट मार्केटर  उत्पाद का स्वयं उपयोग नहीं करते हैं, इसकी गुणवत्ता और उपयोगिता से परिचित नहीं होते हैं, इसलिए अपना विश्वास खरीददार को नहीं दे पाते। खरीददार आपके लिंक के बजाय कहीं और से भी उस उत्पाद को खरीद सकता है।
डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग में आप खरीदार को अपने विश्वास से आश्वस्त कर लेते हैं और मौके पर ही बिक्री कर देते हैं, जिससे कि खरीददार दूसरी जगह नहीं जा पाता।

एफ़िलिएट मार्केटिंग के कुछ मामलों में आप अपने रेफ़रल द्वारा की गई बिक्री पर कमीशन लेते हैं (द्वितीय स्तर की आय), कभी-कभी अपने प्रत्यक्ष या प्रथम रेफ़रल के रेफ़रल की बिक्री पर भी कमीशन कमा सकते हैं (तीसरे स्तर की आय)। इन स्तरों से परे कोई कमीशन नहीं है।
डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग में आपको बिक्री के प्रत्येक स्तर पर आजीवन कमीशन मिलता है, इसलिए इसे बहुस्तरीय मार्केटिंग(एमएलएम) भी कहा जाता है।

एफ़िलिएट मार्केटिंग के अधिकतर उत्पाद एक ही बार उपयोग होते हैं, इसलिए बार-बार खरीददारी नहीं होती है।
डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग के अधिकतर उत्पाद दैनिक उपयोग के होते हैं, इसलिए हमेशा बार-बार खरीददारी होती है।

एफ़िलिएट मार्केटिंग में आप अकेले ही कार्य करते हैं, जबकि डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग परिवार के साथ मिलकर की जा सकती है

डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग में नॉमिनी सुविधा होने के कारण पीढ़ियों तक की सुरक्षा मिलती है 


निष्कर्ष 

एफ़िलिएट मार्केटिंग एवं डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग दोनों ही पैसिव इनकम लेने के अच्छे व प्रभावी तरीके हैं, मगर डिजिटल नेटवर्क मार्केटिंग अपेक्षाकृत ज्यादा बेहतर व सुरक्षित है


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